Top News

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना: एक परिचय




मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना: एक परिचय

UP सरकार की यह प्रमुख योजना युवा (21–40 वर्ष) उद्यमियों को 5 लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त, बिना जमानत वाला ऋण उपलब्ध कराती है, ताकि वे माइक्रो-उद्योग या सेवा-सेक्र में स्वरोजगार शुरू कर सकें।


योजना-लाभ अवलोकन

  • ऋण राशि: अधिकतम ₹5 लाख (बिना ब्याज, बिना गिरवी)
  • मार्जिन मनी अनुदान: परियोजना लागत का 10% तक सरकार द्वारा
  • ऋण कालावधि: 4 वर्ष; पहली 6 माह में कोई चुकौती नहीं
  • लक्ष्य: अगले 10 वर्षों में 10 लाख युवा उद्यमियों को स्वरोजगार से जोड़ना
  • अब तक 40,000 से अधिक लाभार्थियों को सहायता प्रदान की जा चुकी है

पात्रता मानदंड

  • उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी
  • आयु: 21–40 वर्ष
  • न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता: 8वीं पास, साथ में कौशल/प्रशिक्षण प्रमाणपत्र (ITI, ODOP, स्किल डिप्लोमा आदि)
  • किसी और सरकारी स्वरोजगार योजना का लाभ पहले नहीं लिया हो (PM-Swanidhi को छोड़कर)

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • निवासी प्रमाण पत्र (बिजली बिल / आधार)
  • बैंक पासबुक (पहला पेज)
  • शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र एवं कौशल प्रशिक्षण सर्टिफिकेट
  • परियोजना (बिजनेस) रिपोर्ट
  • रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो
  • आय प्रमाण पत्र, अनुभव/अन्य प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • आत्म-घोषणा पत्र / स्व घोषणा

आवेदन प्रक्रिया (ऑनलाइन)

  1. पंजीकरण:

    • आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ—जैसे msme.up.gov.in या msme.cmyuva.org.in
    • ‘नवीन उपयोगकर्ता पंजीकरण’ कर एक लॉगिन आईडी प्राप्त करें
  2. लॉग इन और आवेदन:

    • यूजरनेम-पासवर्ड से लॉग इन करें,
    • आवेदन फॉर्म भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें,
    • सबमिट करें और संदर्भ संख्या नोट करें
  3. स्थिति जांचें:

    • पोर्टल पर "Track Application" विकल्प से आवेदन की प्रगति को ट्रैक करें

विकल्प (यदि उपलब्ध हो): जिले के District Industries Centre (DIC) या बैंक शाखा में जाकर ऑफलाइन आवेदन भी किया जा सकता है।


लाभार्थियों की सफलता की कहानियाँ

  • प्रभनूर कौर (कानपुर): ₹4.25 लाख का ऋण लेकर बैकरी शुरू किया—अब 10 लोगों को रोजगार दे रहीं हैं
  • विजय पांडेय (लखनऊ): 20 दिनों में लोन मिल गया—अब 15 लोगों को रोजगार देते हैं और 16 जिलों में उत्पाद भेजते हैं

इन कहानियों से योजना की प्रभावशीलता और सशक्त सफलता स्पष्ट होती है।


निष्कर्ष

यदि आप उत्तर प्रदेश के युवा उपक्रमी हैं (21–40 वर्ष) और आपका पास कोई प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र और बिजनेस आइडिया है, तो यह योजना आपके लिए स्वर्ण अवसर है—एक सरल, नि:शुल्क वित्तीय सहायता प्रणाली आपके स्वरोजगार को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में सहायक साबित हो सकती है।


Post a Comment

Previous Post Next Post